भारतीय चिकित्सा जगत में अक्सर जोड़ों की समस्याओं की असली जड़ को नजरअंदाज कर दिया जाता है। अधिकतर इलाज लक्षणों को दूर करने पर केंद्रित होते हैं, जबकि असली सुधार के लिए समस्या की जड़ पर काम करना जरूरी होता है। जोड़ों और मस्कुलोस्केलेटाल (मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी) समस्याओं का एक बड़ा कारण रक्त प्रवाह में रुकावट, सिनोवियल फ्लूइड के प्रवाह में विकार और ऑर्थो-सॉल्ट्स का जमा होना है।
जोड़ों की समस्याओं की असली जड़: ऑर्थो-सॉल्ट्स का जमाव
ऑर्थो-सॉल्ट्स, जैसे यूरेट या यूरिक एसिड के सॉल्ट्स और कैल्साइन सॉल्ट्स, जोड़ों और रीढ़ की हड्डी की 97% समस्याओं का मुख्य कारण होते हैं। इन समस्याओं में शामिल हैं:
- आर्थराइटिस
- ऑस्टियोआर्थराइटिस
- डीजेनेरेटिव डिस्क डिजीज (DDD)
- ऑस्टियोपोरोसिस
- रूमेटिज्म
- बर्सिटिस
ऑर्थो-सॉल्ट्स की परत जब जोड़ों की संरचना पर जमा हो जाती है, तो यह आसपास के हड्डियों, कार्टिलेज, नसों और रक्त वाहिकाओं को रेगमाल की तरह घिसने लगती है। इससे सूजन, संक्रमण, और भयानक दर्द उत्पन्न होता है, जो समय के साथ और गंभीर हो सकता है।
क्या कैल्शियम से जोड़ ठीक होते हैं?
कई लोग यह सोचते हैं कि कैल्शियम का सेवन जोड़ो के लिए अच्छा होता है। यह सच है कि कैल्शियम हड्डियों को मजबूती देता है, लेकिन जब जोड़ों में पहले से ही ऑस्टियोफाइट्स जमा होते हैं, तब अतिरिक्त कैल्शियम से समस्या और गंभीर हो जाती है। इस स्थिति में, कैल्शियम ऑर्थो-सॉल्ट्स की परत को बढ़ाता है, जो जोड़ों की समस्या को और बढ़ा सकता है।
कपिंग थेरेपी: जोड़ों की समस्याओं का प्राकृतिक समाधान
कपिंग थेरेपी जोड़ों और मस्कुलोस्केलेटाल समस्याओं का एक सुरक्षित और प्रभावी उपचार है। यह थेरेपी विशेष रूप से रक्त प्रवाह में सुधार करती है, जिससे जमा हुआ ऑर्थो-सॉल्ट्स बाहर निकल जाता है और सिनोवियल फ्लूइड का प्रवाह सामान्य हो जाता है। इससे जोड़ों के ऊतकों की रिकवरी प्रक्रिया शुरू हो जाती है। यह प्रक्रिया जोड़ों को उनकी प्राकृतिक स्थिति में लौटने में मदद करती है, जैसे किसी छिपकली की पूंछ फिर से उग जाती है।
कपिंग थेरेपी से इलाज की जाने वाली अन्य मस्कुलोस्केलेटाल समस्याएं
कपिंग थेरेपी न केवल जोड़ों की समस्याओं के लिए प्रभावी है, बल्कि यह कई अन्य मस्कुलोस्केलेटाल समस्याओं को भी ठीक करने में मदद करती है, जैसे:
- पीठ और गर्दन का दर्द
- मांसपेशियों में खिंचाव और ऐंठन
- कंधे की समस्याएं (फ्रोज़न शोल्डर)
- घुटनों का दर्द
- टेंडिनाइटिस (मांसपेशियों और हड्डियों के बीच टेंडन की सूजन)
- साइटिका (कमर और पैरों में नसों की समस्या)
इन सभी समस्याओं का मुख्य कारण मांसपेशियों और नसों में रक्त का प्रवाह बाधित होना और ऊतकों में सॉल्ट्स का जमा होना है। कपिंग थेरेपी से इन समस्याओं का जड़ से इलाज होता है, जिससे दर्द और सूजन में तुरंत राहत मिलती है।
कपिंग थेरेपी दिल्ली में इलाज
कपिंग थेरेपी दिल्ली में हम मस्कुलोस्केलेटाल और जोड़ों की समस्याओं का प्राकृतिक उपचार प्रदान करते हैं। यह थेरेपी पूरी तरह सुरक्षित है, इसमें दवाइयों का इस्तेमाल नहीं किया जाता और शरीर की स्वाभाविक उपचार क्षमता को बढ़ावा दिया जाता है।
यदि आप लंबे समय से जोड़ों के दर्द या मांसपेशियों की समस्याओं से परेशान हैं, तो कपिंग थेरेपी दिल्ली में आकर अपनी समस्या का समाधान पाएं। हम DB गुप्ता मार्केट, करोल बाग, नई दिल्ली में स्थित हैं। अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए 8287833547 पर संपर्क करें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।